Monday 20 May 2019

हादसा : इतना दर्दनाक हादसा के मौके पर हुई मां-बेटे की मौत, नवजन्मी बच्ची को देखकर निकले सभी के आंसू, गांव और अस्पताल में मातम पसरा

⏭ नवजन्मी बच्ची की खुशियां मातम में तब्दील

 

⏭ बच्ची व उसकी मां से मिलकर गांव लौट रहे मां-बेटे को पिकअप ने मारी टक्कर, मौके पर दोनों की हुई मौत



अबोहर। एक तरफ परिवार द्वारा नवजन्मी बेटी की खुशियां मनाई जा रही थी कि वहीं दूसरी तरफ उसी बेटी के पिता और दादी की सड़क हादसे में मौत हो जाने के बाद सारी खुशियों गम में तब्दील हो गई, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। नवजन्मी बेटी और अपनी पत्नी का हालचाल जानने के बाद वापिस अपने गांव बंबीहा लौट रहे एक व्यक्ति व उसकी मां को मलोट रोड़ पर एक पिकअप चालक ने टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि दोनों मां-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई और उन्हें अस्पताल ले जाने तक का समय भी नहीं मिल पाया। बताया जाता है कि इस हादसे में पिकअप की गति तेज होने के कारण पिकअप भी दो पलटे खाकर वापिस सीधी हो गई, जिससे पिकअप सवार चालक व परिचालक भी घायल हो गए और घटना के बाद पिकअप छोड़कर फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शव को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाते हुए पिकअप व बाइक कब्जे में लेकर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। 



जानकारी के अनुसार बठिंडा जिले के गांव बंबीहा निवासी गुरप्रीत सिंह पुत्र रणजीत सिंह की शादी करीब एक वर्ष पहले ही गुरमीत कौर निवासी गद्दाडोब से हुई थी और उसने 18 मई को अबोहर के सरकारी अस्पताल में बेटी को जन्म दिया था। सोमवार को दो दिन बाद पहली बार गुरप्रीत व उसकी मां रमनदीप कौर सरकारी अस्पताल में उसका हालचाल जानने के लिए आए थे। करीब तीन घंटों तक मासूम सी बच्ची के साथ प्यार दुलार व खेलने के बाद उससे मिलकर जब वे वापिस अपने गांव बाइक पर जा रहे थे, तो मलोट रोड़ गोबिंदगढ टी प्वाईंट के निकट सामने से आ रही एक तेज रफ्तार पिकअप से उनकी टक्कर हो गई, जिससे दोनों मां-बेटा की मौके पर ही मौत हो गई।


 इधर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। बताया जाता है कि आसपास के एकत्र हुए लोगों ने पिकअप के घायल चालक व परिचालक को काफी देर तक पकड़े रखा ताकि उन्हें पुलिस के हवाले किया जा सके लेकिन जब तब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो दोनों आरोपी लोगों को चकमा देकर वहां से फरार हो चुके थे।

नवजन्मी बच्ची को गोद में खिला कर घर भी नहीं पहुंच सके मां-बेटा



दो दिन पूर्व जन्मी मासूम बच्ची के लिए इससे बड़ा और दुर्भाग्य क्या होगा कि जिस बच्ची को कुछ दिनों के बाद उसके परिजनों ने खुशी-खुशी अपने घर लेकर जाना था और उसी अस्पताल में उसके पिता और दादी के शव पहुंचें। इस घटना के बाद सरकारी अस्पताल के उस वार्ड में भी मातम छा गया, जिसमें उक्त बच्ची को जन्म के बाद रखा गया है। वार्ड में मौजूद हर व्यक्ति यह घटना का समाचार सुनकर स्तबंध था क्योंकि अभी कुछ घंटों पहले ही तो उसके पिता व दादी बच्ची को अपनी गोद में खिला कर खुशी खुशी यहां से रवाना हुए थे।

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