Friday 22 November 2019

Armaan Kidnapping Case : पहले प्लान बना कर की किडनैपिंग, बाद में हत्या कर मांगी फिरौती



ऑनलाइन डेस्क एक्स मीडिया न्यूज, पंजाब
अबोहर के नई आबादी निवासी फायनैंसर बलजिंदर के सुपुत्र अरमान के लापता होने की गुत्थी आखिरकार 36 दिनों बाद उस समय सुलझ गई, जब मासूम अरमान का शव स्थानीय मलोट रोड ओवरब्रिज के निकट सडक किनारे भूमि में दफन किया हुआ मिला। इधर पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों की निशानदेही पर शुक्रवार सुबह अरमान के शव को नर सेवा नारायण सेवा समिति के सहयोग से बाहर निकलवाया और अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। शव के काफी ज्यादा गला सडा होने के कारण उसे पोस्टमार्टम के लिए फरीदकोट भेजा गया। इधर इस घटना का पता चलने पर पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई। पूरे घटनाक्रम का खुलासा होने के बाद पुलिस उच्चाधिकारियों ने बीडीपीओ कार्यालय में एक प्रैस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इस संबन्धी खुलासा किया, प्रैस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी फाजिल्का भूपेन्द्र सिंह, एसपी (डी) जसबीर सिंह, एसपी मंजीत सिंह, एसपी (डी) भूपेन्द्र सिंह, थाना सिटी 1 प्रभारी चंद्र शेखर, एंटी गुंडा स्टाफ फाजिल्का के इंचार्ज छिंदा सिंह, सीआईए स्टाफ के इंचार्ज जगदीश कुमार व अन्य पुलिस टीम मौजूद रही।

प्रैस कान्फ्रेंस में हुए ये खुलासे



पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 17 अक्टूबर को आरोपी सुनील कुमार उर्फ शीलू पुत्र सोहन लाल वासी अजीमगढ व पवन कुमार उर्फ अंकी पुत्र फूलचंद निवासी माडर्न पब्लिक स्कूल के पीछे अजीमगढ ने इस घटना को अंजाम दिया। 17 अक्टूबर की रात्रि दोषी सुनील कुमार ने अरामान को अपनी जान पहचान का फायदा उठाते हुए अपने मोटरसाईकिल पर बैठाकर शहर की ओर ले गया था, जहां पर दोषी पवन कुमार ने अरमान को कार में बैठाया और फिर ये उसे सीतो रोड पर एक किराए के मकान में ले गए और उसे बंदी बनाकर वहां उसकी फोटो और वीडियो बनाते हुए उसके कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करवाए।

पकड़े जाने के डर से गला घोंटकर की हत्या



पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में जब पुलिस ने छानबीन शुरू की और हर मोहल्ले में पहुंच कर लोगों के घरों की जांच करने लगे तो आरोपियों को भी इसकी भनक लग गई। आरोपियों ने पकडे जाने के डर से 19-20 अक्टूबर की रात्रि अरमान को गला घोंटकर मार डाला और उसके शव को मलोट रोड फलाईओवर के नीचे बेआबाद कालोनी की झाडियों में गढ्ढा खोदकर दफना दिया।

अरमान को मारने के बाद फेसबुक के जरिए मांगी फिरौती


पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 3 नवंबर को अरमान संधू के पिता बलजिंदर सिंह संधू को उसके बेटे को छोडने की ऐवज में इन आरोपियों द्वारा मांगी गई 2 करोड की फिरोती संबंधी एक चिठ्ठी प्राप्त हुई। इसके लिए दोषियों ने एक फेसबुक आईडी का इस्तेमाल किया। जिसके बाद पुलिस ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया तो संदेह के घेरे में आए सुनील कुमार के बारे में पुलिस को जब 21 नवंबर को जब बलजिंदर से यह पता चला कि उसका सुनील के साथ 30-35 लाख रूपए का लेनदेन है तो पुलिस ने संदेह के आधार पर सुनील कुमार को काबू करने के लिए अबोहर सबडिवीजन ऐरिया में नाकाबंदी करवाई।

आरोपियों के मोबाइल से मिली फेसबुक चैट



22 नवंबर की रात्रि सीआईए स्टाफ फाजिल्का के इंस्पेक्टर जगदीश कुमार ने आलमगढ चौक के निकट आरोपी सुनील कुमार व पवन कुमार को एक आलटो गाडी से काबू कर कार की तलाशी ली तो उसमें से एक मोबाईल फोन बरामद हुआ, जिसको चैक करने पर उस मोबाइल में चल रही फेसबुक आईडी पर अरामान की फोटो, वीडियो व फिरोती मांगने के लिए की गई चैट पाई गई। जब उन्होंने सुनील व पवन से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी।

पूरी प्लानिंग कर वीडियो व नाटक देख की थी किडनैपिंग



एसएसपी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपियों ने अरमान को किडनैप करने से पहले पूरी प्लानिंग की थी, जिसके लिए उन्होंने पुलिस से बचने और किडनैपिंग करने के तरीकों से संबंधी कई फिल्में और नाटक वगैरा देखे थे जिसके बाद ही उन्होंने इस वारदात को फिल्मी रूप में अंजाम दिया और पुलिस टीम ने फोरन टेक्नोलॉजी के माध्यम से इन आरोपियो तक अपनी पकड बनाई। इसके लिए फेसबुक साईट के एक अधिकारी ने पुलिस टीम को पूरी मदद की है।

परिवार के साथ धरना प्रदर्शन करते रहे हैं आरोपी



पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अरमान की हत्या के बाद उक्त दोनों आरोपी फायनैंसर बलजिंदर सिंह के परिवार के साथ इस प्रकार घुले मिले हुए थे कि उन्हें उक्त आरोपियों को पहचानने में काफी समय लग गया। इन अरोपियों ने मृतक के परिजनों के साथ मिल कर धरने प्रदर्शनों में भी पूरी भूमिका निभाई ताकि किसी को उन पर शक न हो।  गौरतलब है कि पुलिस ने अरमान के लापता होने पर 18 अक्टूबर को ही अज्ञात लोगों के खिलाफ भादंसं की धारा 365 के तहत मुकदमा नंबर 129 दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।

शोक जताते हुए रासा ने किया छुट्टी का ऐलान



इस घटना के बाद रासा के पदाधिकारियों ने गहरा शोक प्रकट करते हुए 23 नवंबर को शोक स्वरूप सभी स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। रासा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम लाल अरोड़ा व अबोहर प्रधान किरण अरोड़ा सहित सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने अरमान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं फायनैंसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी इस दुखद घटना पर शोक जताते हुए पुलिस अधिकारियों से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कडी कार्रवाई की जाए।


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