ऑनलाइन डेस्क एक्स मीडिया न्यूज पंजाब
अबोहर के फाइनेंसर बलजिंदर सिंह के लापता हुए बेटे का शव शुक्रवार को मलोट रोड ओवर ब्रिज के निकट से बरामद हुआ था, जिसे पोस्टमार्टम के लिए फरीदकोट मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। पोस्टमार्टम के बाद अरमान के शव का शनिवार सुबह मुख्य शिवपुरी में परिजनों और शहर के गणमान्य नागरिकों द्वारा गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि करीब 36 दिन पहले नई आबादी में घर के बाहर खेलते समय लापता हुए फाइनेंसर बलजिंदर सिंह के 12 वर्षीय बेटे अरमान की किडनैपिंग के मामले में पुलिस द्वारा दो आरोपियों को काबू किया गया था, जिनकी निशानदेही पर ही पुलिस द्वारा अरमान के शव को गले सड़े हालात में बरामद किया गया।
पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को घर ले जाने की बजाए सीधा ले जाया गया शमशान भूमि
करीब 1 महीने पहले आरोपियों द्वारा गला घोट कर मारने के बाद अरमान को मलोट फ्लाईओवर के नीचे बेअबाद इलाके में दफना दिया गया था, जिसके कारण उसका शव बहुत ज्यादा गल सड़ गया था। शुक्रवार को आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने उक्त जगह की खुदाई कर शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सीधे मेडिकल कॉलेज फरीदकोट भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव की हालात सही ना होने के कारण उसे घर ले जाने की बजाय सीधे ही मुख्य शिवपुरी में ले जाया गया।
अंतिम संस्कार के दौरान शिवपुरी में आया आंसुओं का सैलाब
अरमान के अंतिम संस्कार के लिए उसके शव को जब मुख्य शिवपुरी में ले जाया गया तो इसकी सूचना मिलते ही परिवार व रिश्तेदार भी वहां पहुंच गए, जहां अरमान के माता पिता सहित अन्य रिश्तेदारों की आंखों से अश्रुधाारा बह निकली और उनकी चीखो पुकार से उपस्थित अन्य सभी लोग भी अपने आंसुओं को बहने से नही रोक पाए। उपस्थित विधायक सहित अन्य राजनेताओं ने अरमान की मां दविन्द्रपाल कौर, पिता बलजिंदर सिंह को दिलासा दिया।
एसडीएम व अधिकारियों की आंखें तक भर आई
जब अरमान के पिता व अन्य रिश्तेदारों ने उसके पार्थिव शरीर को मुख्यागनी दी तो वहां उपस्थित एसडीएम पूनम सिंह इतनी भावुक हो उठीं की लगातार उनकी आंखों से आंसू बहते ही रहे। इसके अलावा शिवपुरी में उपस्थित सभी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों तथा उपस्थित शहर के गणमान्य लोगों की आंखें भी नम हो गई।
डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल व स्टाफ भी हुआ अंतिम संस्कार में शामिल
अरमान अबोहर के डीएवी स्कूल में सातवीं कक्षा में पढ़ता था जिसके कारण जहां अरमान के अंतिम संस्कार में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा शहर के गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए तो वही डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल तथा स्टाफ सदस्य भी अरमान के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। अरमान के अंतिम संस्कार के समय डीएवी स्कूल की प्रिंसीपल स्मिता शर्मा नारंग व अन्य स्टाफ भी बेहद भावुक था। सभी ने नम आंखों के साथ अरमान को अंतिम विदाई दी।
परिजनों द्वारा विलाप में आरोपियों के लिए मांगी गई फांसी की सजा
अरमान के परिजनों ने अंतिम संस्कार में उपस्थित पुलिस अधिकारियों से रोते विरलाप करते हुए मांग करते हुए कहा कि अरमान के कातिलों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए और उन्हें फांसी की सजा दिलवाई जाए। उनकी अथाह पीडा को देखते हुए एसडीएम सहित एसपी गुरमीत सिंह, डीएसपी राहुल भारद्वाज, विधायक अरुण नारंग व मोहन लाल ठठई ने उन्हें आश्वासन देते हए कहा कि अरमान केवल उनका ही नहीं बल्कि पूरे शहर का बच्चा था और उन्होंंने अरमान के माता-पिता को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
पूरी खबर पढ़ने के बाद एक नागरिक होने के तौर पर आप ही बताइए कि ऐसे आरोपियों को क्या सजा मिलनी चाहिए। अपनी विचार देने के लिए नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें...
Fasi
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