Tuesday 16 April 2019

Abohar :- आंधी-तुफान का ऐसा कहर नहीं देखा होगा, 16 घंटे बाद कुछ ईलाकों में आई बिजली

मौसम का बदलता मिजाज लोगों के लिए बना परेशानी, आंधी ने गिराए पेड़ व बिजली के खंभे, ईलाका निवासियों को बिना लाईट गर्मी में गुजारनी पड़ी पूरी रात

* आंधी-तुफान और बारिश ने बढाई किसानों की चिंता, फसल के नुकसान के साथ गेहूं की कटाई लेट होने का डर

 

अबोहर। सोमवार को देर शाम अचानक मौसम बदलने के साथ जहां किसानों को फसल खराब होने की चिंता सता रही है, वहीं ईलाके में बिजली की तारों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने के कारण लगभग 16 घंटे के बाद बिजली विभाग ईलाके के कुछ ही हिस्से में बिजली आपूर्ति दुरूस्त करवा सका है, जबकि पूरी रात बिजली आपूर्ति ठप रहने से लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। गर्मी ने लोगों का जीना बहाल कर दिया। वहीं बाहर सारी रात रूक-रूक कर बारिश होती रहीं, जिससे लोग बाहर भी नहीं सो सकते थे। मौसम की करवट ने लोगों को बहुत ज्यादा परेशान किया है। सोमवार देर शाम को अचानक से बदले मौसम के साथ पूरे ईलाके में अंधेरा छा गया और अंधेरा एक दम से आंधी तुफान में तब्दील हो गया। करीब आधा घंटा चले आंधी तुफान ने पूरे ईलाके में अपना कहर दिखा दिया, जिसमें शहर व आसपास के गांवों में विभिन्न मार्गों पर पेड गिरने के कारण देर रात तक यातायात प्रभावित रहा। 


आंधी-तुफान के कहर के बाद रूक-रूक कर शुरू हुई बारिश ने किसानों की मुश्किलों को ओर बढ़ा दिया है। बारिश के साथ चली हवा ने पकी हुई गेहूं को पूरी तरह से धरती पर बिछा दिया है, वहीं हरी गेहूं गिरने के कारण बहुत ज्यादा नुक्सान होने की आशंका है। इसके साथ ही सबसे बड़ा नुकसान बिजली के खंभे और तारों के उपर पेड़ गिरने के साथ हुआ है, जिसकी वजह से सोमवार शाम करीब 7 बजे से बंद हुई बिजली मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक कुछ ही ईलाके में शुरू की गई, जबकि विभाग के अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया है कि शाम तक पूरे ईलाके में बिजली आपूर्ति चला दी जाएगी। वहीं जिला प्रशासन के आदेशों पर ब्लाॅक अबोहर व खुईयांसरवर के वन विभाग अधिकारियों ने देर रात्रि तक सड़कों पर गिरे पेडों को उठवाने का कार्य करवाते हुए अवरूध हुए रास्तों को खुलवाया जिसके बाद वाहन चालकों ने राहत की सांस ली। 


वहीं शहर के बीच मुख्य मार्गों पर पेड़ गिरने के कारण भी लोगों को अपने घरों में जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। रात्रि के समय चले आंधी तुफान ने जहां जनजीवन प्रभावित किया वहीं देर रात्रि इंद्रा नगरी स्थित मुख्यशिवपुरी में बने कूड़े के डंप में अचानक से आग लग गई, जिसके बाद आस पास के लोगों ने इस बात की सूचना फायर-ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही मौके पर घटनास्थल पर जाते समय एक फायर ब्रिगेड नेहरू पार्क के सामने पेड़ गिरने के कारण बंद हुए रास्ते में फस गई, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मुश्क्कत के बाद ट्रैफिक से निकाला। जिसके बाद देर रात तक दमकल विभाग की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया। जिससे कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं आंधी व बारिश के कारण शहर के अनेक पैलेसों में चल रहे विवाह-समारोह में शामिल लोगों को भी भारी दिक्कत झेलनी पडी। इसी के तहत अबोहर-हनुमानगढ़ रोड़ स्थित डेस्टीनेशन पैलेस में चल रहे एक शादी समारोह के दौरान आंधी के कारण पैलेस प्रांगण में लगे टैंट व अन्य सामान के क्षतिग्रस्त होने से इस मांगलिक कार्य में भारी बाधा पहुंची। शादी समारोह में शामिल लोगों को इधर ऊधर भागने को मजबूर होना पड़ा। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

 


किसान बोले, दु:ख ता बहुत आ, पर रब्ब दीयां लिखीयां नू कौन टाल सकता
अचानक के बदले मौसम के कारण जहां तेज आंधी-तुफान के कारण ईलाके की हजारों एकड गेहूं की फसल गिर गई है, वहीं गांव केरा खेड़ा के किसान पवन कुमार, बनवारी लाल, बहावल बासी के किसान अमनदीप सिंह, बिट्‌टू कंबोज ने कहा कि मौसम में ठंडक आने के कारण गेहूं की कटाई लेट हो गई है और मौसम विभाग की चेतावनी ने किसानों की चिंता बड़ा दी है। उन्होंने कहा कि किसानों ने अपने बेटों की तरह से पाली हुई फसल बरबाद होने से उन्हें बहुत दुख हो रहा है, लेकिन परमात्मा की लिखी को कौन टाल सकता है।




एसडीएम निवास के निकट पेड़ गिरने से लगा जाम, पुलिस ने रात भर करवाया रास्ता बंद
देर रात्रि तक चले आंधी-तुफान की वजह से स्थानीय नेहरू पार्क में लगे पेड मॉर्निंग क्लब की दीवारों पर और कुछ पेड़ बाहर मेन सड़क पर गिर गए, जिसके कारण माॅर्निंग क्लब की दीवारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं ये शहर का मुख्य मार्ग होने के कारण यहां से यातायात भी सबसे ज्यादा होती है। बीच रास्ते में पेड़ गिरने के कारण पूरा रास्ता बंद हो गया था, कोई भी वाहन यहां से नहीं गुजर सकता था, इसी लिए पुलिस विभाग ने पूरी रात बेरीगेट लगाकर रास्ते को बंद कर दिया था, ताकि अंधेरे के कारण कोई हादसा न हो सके।
 


देर रात से शुरू कर दिया वन विभाग के कर्मचारियों ने पेड़ हटाने का काम
देर रात को शुरू हुई तेज आंधी-तुफान व बारिश के कारण अबोहर-फाजिल्का-मलोट-सीतो व श्रीगंगानगर राजमार्गों पर सैंकड़ों की संख्या में पेड़ गिरने के कारण पूरी यातायात ठप हो गई थी, जिससे पूरे मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। आसपास के लोगों ने इस बात की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। जिसपर विभाग के रेंज अफसर बलविंदर सिंह और खुईयांसरवर के ब्लाॅक अधिकारी मंगत राय के नेतृत्व में इंद्रजीत व अन्य कर्मचारियों ने पूरी रात इन मार्गों पर पेडों को हटाने का कार्य करते हुए वाहन चालकों को राहत प्रदान की। कर्मचारी मंगत राय ने बताया कि यह काम मंगलवार सुबह भी जारी रहा।


 


16 घंटों के बाद कुछ ईलाकाें में चली बिजली
तेज आंधी-तुफान व बारिश के कारण ईलाके के विभिन्न स्थानों पर बिजली की तारों पर पेड़ गिरने से अबोहर क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। मंगलवार सुबह बिजली बोर्ड के एक्सईएन मलकीत सिंह ने बताया कि रात्रि हाईवोल्टेज तारों पर पेडों के गिरने से अनेक स्थानों पर बिजली तारें टूट गई है, जिस कारण अबोहर क्षेत्र के पॉवरग्रिड बंद हो गए है। जिनको रात्रि के समय दुरूस्त कर पाना असंभव था। उन्होंने बताया कि अबोहर क्षेत्र में कुछ बिजली ग्रिड चालू कर दिए गए हैं, जबकि खुईयांसरवर और कल्लरखेड़ा के ग्रिडों को सही करने का काम चल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आंधी-तुफान के कारण पेड़ व बिजली के खंभे गिरने से हुए नुकसान का अनुमान मंगलवार देर शाम तक पता चल सकता है।
 


एसडीएम ने आंधी के कारण हुए नुकसान की मांगी रिपोर्ट
इधर अबोहर की एसडीएम पूनम सिंह ने अपने निवास के निकट क्षतिग्रस्त हुई मार्निंग क्लब की दिवारों के साथ-साथ शहर के विभिन्न स्थानों का दौरा कर मौका देखते हुए बताया कि इस तेज आंधी व बारिश के कारण अभी तक किसी प्रकार का जानी नुकसान होने की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि आंधी के कारण ईलाके के विभिन्न स्थानों पर पेड़ों के गिरने की सूचना थी, जिसे वन विभाग अधिकारियों ने देर रात्रि तक रास्तों से उठवा दिया था। उन्होंने कहा कि पटवारियों को निर्देश दे दिए गए हैं कि आपके क्ष्ेत्र में आंधी के कारण जो भी नुकसान हुआ है, उसकी रिर्पोट बनाकर उनके कार्यालय में सौंपीं जाएं।


 


मौसम विभाग ने दो दिन पहले दी थी चेतावनी
बता दें कि मौसम विभाग में 2-3 दिन पहले मौसम बदलने की चेतावनी दे दी थी, लेकिन लोगों ने इस ओर कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया। वहीं सोमवार शाम एकदम काली घटा छाने के बाद अचानक से तेज हवा शुरू हुई, जो धूलभरी आंधी में तब्दील हो गई। इसके बाद पूरी रात बारिश ने मौसम में ठंडक भर दी है। इधर मौसम विभाग की माने तो आने वाले मंगलवार और बुधवार भी तेज बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं बारिश के साथ तेज हवाएं चलने के भी अनुमान लगाए जा रहे है।

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