◆ सर्दी में शाम 7 बजे कोई अज्ञात पालने में बच्ची रख गया
◆ बच्ची सुरक्षित, एसडीएम ने नामकरण करते हुए पुकारा नादिया
ऑनलाइन डेस्क, अबोहर।
सिविल अस्पताल अबोहर में बने पालने में मंगलवार देर रात्रि एक नवजन्मी बच्ची मिली है। सूचना मिलने पर समाजसेवी संस्था नर सेवा नारायण सेवा समिति के सदस्यों सहित पुलिस, प्रशासनिक व सिविल अस्पताल के डाक्टर मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम करीब 7 बजे नर सेवा नारायण सेवा समिति द्वारा सरकारी अस्पताल में बनाए गए पालने में एक नवजन्मी बच्ची किसी अज्ञात द्वारा रखी गई, जैसे ही पालने में भार पड़ा और इसकी घंटी बजी, जो ब्लड बैंक में तैनात कर्मचारी शाम सुंदर व वही पर मौजूद नर सेवा नारायण सेवा समिति के प्रमुख राजू चराया, बिट्टू नरूला को सुनाई दी। घंटी सुनते ही वह पालने के पास पहुंचे और बच्ची को संभाला।
बच्ची के बारे में सूचना मिलने पर सिविल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. साहब राम, एमरजेंसी में तैनात डा. सारंग शर्मा मौके पर पहुंचे और समिति के सहयोग से बच्ची को सुरक्षित जच्चा-बच्चा वार्ड में ले जाया गया। एसडीएम पूनम सिंह सिंह, डीएसपी राहुल भारद्वाज, थाना प्रभारी चन्द्रशेखर सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। इस दौरान प्रशासन ने बच्ची के मिलने पर जहां दुख जाहिर किया वहीं इस बच्ची का स्वागत भी किया कि कम से कम इस बच्ची को फेंकने की बजाए उसे पालने में भी रखा गया।
एसडीएम पूनम सिंह ने इस बच्ची का नामकरण करते हुए नादिया से पुकारना शुरू किया और बच्ची के लिए गर्मवस्त्र भी तुरंत मंगवाए गए। उन्होंने इस कार्य में सहयोग देने वाले सभी लोगों का धन्यवाद किया। बच्ची को गोद कानूनी प्रक्रिया ढंग से दिया जाएगा।
बता दें कि नर सेवा नरायण सेवा समिति द्वारा फाजिल्का के पूर्व डीसी ईशा कालीया के सहयोग से सरकारी अस्पताल में पालना लगवाया था, क्योंकि इलाके के लोगों में जागरूकता की कमी के कारण लोग बच्चियों को जन्म देने के बाद उन्हें लावारिस ही फेंक दिया करते थे। इसी को देखते हुए संस्था द्वारा इस पालने की स्थापना की गई। जो लोग बच्चों को पालने में असमर्थ हैं वो अपने बच्चे को इस पालने में डाल सकता है उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं होगी। बता दें कि अभी विगत माह ही इसी पालने में से एक बच्ची मिली थी, जिसे अडॉप्ट एजेंसी को भेज दिया गया था।
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